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गंगरेल, मुरुमसिल्ली, दुधावा और सोंढूर बांध लबालब, 81 फीसदी जल भराव…

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धमतरी। गंगरेल, मुरुमसिल्ली, दुधावा और सोंढूर के चारों बांधों में उपयोगी जल 39.87 टी.एम.सी. है, जिसका औसत 81 प्रतिशत है। इसमें से शासन द्वारा भिलाई इस्पात संयंत्र के लिए 2.40 टी.एम.सी., भिलाई पॉवर प्लांट के लिए 0.60 टी.एम.सी., नगर निगम भिलाई के लिए 0.812 टी.एम.सी., नगर निगम रायपुर के पेयजल के लिए 2.15 टी.एम.सी. और नगर निगम धमतरी के लिए 0.247 टी.एम.सी., कुल 6.21 टी.एम.सी. जल आरक्षित किया गया है।

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इसी तरह वर्ष 2022-23 में विभिन्न प्रयोजन हेतु 7.8 टी.एम.सी.पानी, इस तरह कुल 14.09 टी.एम.सी. पानी रखा जाना प्रस्तावित है। इसके बाद खरीफ सिंचाई के लिए 25.78 टी.एम.सी. पानी उपलब्ध है। आज कलेक्टर पी.एस.एल्मा की अध्यक्षता में आहूत ज़िला जल उपयोगिता समिति की बैठक में उक्त जानकारी कार्यपालन अभियंता जल संसाधन ए.के.पालड़िया ने दी। बैठक में निर्णय लिया गया कि उपलब्ध जल को जरूरत के हिसाब से खरीफ सिंचाई के लिए दिया जाए। सुबह 10 बजे से आहूत इस बैठक में विधायक धमतरी रंजना साहू भी मौजूद रही।

कार्यपालन अभियंता ने आगे बताया कि इस बार जुलाई माह में ही 32.15 टी.एम.सी. क्षमता वाला गंगरेल स्थित रविशंकर सागर जलाशय 97 प्रतिशत भर गया है। इसी तरह 5.8 टी.एम.सी. क्षमता के मुरुमसिल्ली में 65प्रतिशत, 10.19 टी.एम.सी. क्षमता वाले दुधावा में 56 प्रतिशत, 6.9 टी.एम.सी. क्षमता वाले सोंढूर जलाशय में 67प्रतिशत जल भराव है। इस तरह औसतन 81प्रतिशत जल जलाशयों में भरा है।

अब 14.09 टी.एम.सी. पानी विभिन्न प्रयोजनों के लिए प्रावधानिक मात्रा में आरक्षित रखने के बाद सिंचाई के लिए 25.78 टी.एम.सी. पानी उपलब्ध है। बारिश होने के बाद 7.823 टी.एम.सी. पानी गंगरेल जलाशय से छोड़ा गया है। यह भी बताया गया कि 23 जुलाई से मुख्य नहर से दो हजार 955 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।

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इससे कुरूद, अभनपुर, भाटापारा, बलौदाबाजार, तिल्दा में सिंचाई हो रही। आगे भी मांग और आवश्यकता के हिसाब से खरीफ सिंचाई के लिए जलाशय से पानी दिए जाने का निर्णय बैठक में लिया गया। आज की बैठक में जल संसाधन का विभागीय अमला मौजूद रहा।