spot_img

आजादी की 75वीं सालगिरह मनाना सौभाग्य की बात: पीएम मोदी

HomeNATIONALआजादी की 75वीं सालगिरह मनाना सौभाग्य की बात: पीएम मोदी

दिल्ली। मन की बात के 91वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM NARENDRA MODI) ने कहा- इस बार मन की बात खास है। इस बार का स्वतंत्रता दिवस, जब भारत आजादी के 75 वर्ष पूरे करेगा। हम सभी अद्भुत और ऐतिहासिक पल के गवाह बनने जा रहे हैं। ईश्वर ने हमें बड़ा सौभाग्य दिया है। अगर हम गुलामी के दौर में पैदा हुए होते तो इस दिन की कल्पना हमारे लिए कैसी होती। पराधीनता की बेड़ियों से आजादी की बेचैनी कितनी बड़ी रही होगी।

हमारे जीवन में वो भी दिन आता है कि भारत माता की जय बोलते हुए हम अपना जीवन अर्पित कर देते हैं। आज ही के दिन 31 जुलाई को हम शहीद उधम सिंह की शहादत को नमन करते हैं। मैं देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वालों को नमन करता हूं। आजादी का अमृत महोत्सव जनांदोलन का रूप ले रहा है। इससे जुड़ा एक कार्यक्रम मेघालय में हुआ।

भैयाजी यह भी देखे: संजय राउत और करीबियों के घर पहुंची ED, 3 घंटे से पूछताछ जारी

आजादी के आंदोलन में रेलवे की भूमिका जानना जरूरी

आजादी की रेल गाड़ी और रेलवे स्टेशन जैसे नए कदम इसी महीने उठाए गए। लक्ष्य है कि लोग आजादी के आंदोलन में रेलवे की भूमिका को जानें। झारखंड के गोमो जंक्शन को नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन के नाम से जाना जाता है। इसी स्टेशन (PM NARENDRA MODI)  पर कालका मेल में सवार होकर नेताजी ब्रिटिश अफसरों को चकमा देने में सफल हुए। लखनऊ के पास काकोरी का नाम भी सुना होगा। इससे बिस्मिल जी और अश्फाक जैसे जांबाजों का नाम जुड़ा है। क्रांतिकारियों ने ट्रेन से जा रहे अंग्रेजों के खजाने काे लूटकर अंग्रेजी हुकूमत को अपनी ताकत का अहसास दिलाया था।

अपने घर पर तिरंगा जरूर फहराएं

13 से 15 अगस्त तक स्पेशल मूवमेंट हर घर तिरंगा का आयोजन किया जा रहा है। आप अपने घर पर तिरंगा जरूर फहराएं। अपने घर पर लगाएं। तिरंगा हमें जोड़ता है और देश के लिए कुछ करने को प्रेरित करता है। अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पिक्चर में तिरंगा ला सकते हैं। 2 अगस्त को पिंगली वेंकैया की जयंती है। उन्होंने ही राष्ट्रीय ध्वज को डिजाइन किया। महान क्रांतिकारी मैडम कामा ने तिरंगे को आकार दिया।

PM ने पिछली मन की बात में इमरजेंसी का किया था जिक्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM NARENDRA MODI)  ने पिछले मन की बात कार्यक्रम में इमरजेंसी का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि उस दौरान देश के नागरिकों से सारे अधिकार छीन लिए गए थे, उसमें जीने का अधिकार भी शामिल था। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के उस समय जैसा तानाशाही का दूसरा उदाहरण दुनिया में मिलना मुश्किल है। पीएम मोदी ने इमरजेंसी के समय को याद करते हुए कहा था कि उस दौरान भारत के लोकतंत्र को कुचल देने का प्रयास किया गया था। देश की अदालतें, हर संवैधानिक संस्था, प्रेस, सब पर नियंत्रण लगा दिया गया था।