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बस्तर सांसद की सुरक्षा में बड़ी चूक, मंत्री के पास पहुंची शिकायत, बोले- सीएम के संज्ञान में भी लाएंगे मामला

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जगदलपुर। लोकसभा सदस्य दीपक बैज (DEEPAK BAIJ) की सुरक्षा में चूक को लेकर पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बैज सत्ताधारी दल कांग्रेस के सांसद है। मामला मंगलवार देर शाम का है। सांसद बैज जिन्हें राज्य शासन से जेड प्लस की सुरक्षा मिली हुई है, मंगलवार देर शाम को नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा-सुकमा मार्ग में 20 किलोमीटर की दूरी रोड ओपनिंग पार्टी व फालोगार्ड के बिना तय करनी पड़ी।

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सांसद बैज (DEEPAK BAIJ) ने बताया कि वह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सुकमा प्रवास में शामिल होने मंगलवार दोपहर बाद गृह ग्राम लोहंडीगुड़ा से दंतेवाड़ा गए थे। दंतेवाड़ा व सुकमा बैज के संसदीय क्षेत्र बस्तर में आता है। सांसद सुकमा जाने की सूचना दंतेवाड़ा व सुकमा दोनों जिले के पुलिस अधीक्षक, संबंधित खुफिया ब्यूरो एवं प्रोटोकाल अधिकारी को एक दिन पहले ही दे चुके थे। लोहंडीगुड़ा से दंतेवाड़ा पहुंचे तो वहां दंतेवाड़ा पुलिस की ओर से नियमानुसार पर्याप्त सुरक्षा मिली थी।

देर शाम दंतेवाड़ा पोलिस अपने जिले की सीमा ग्राम भुसारस तक छोड़कर वापस लौट गई। शाम 6.30 बजे भुसारस पहुंचने पर वहां सुकमा की पुलिस नही थी। सड़कों में आरओपी की सुविधा नही दिखी ना ही उन्हें फ़ालो पायलेटिंग दी गई। शाम सात बजे सुकमा पहुंचकर सांसद ने सुकमा पुलिस अधीक्षक से फोन पर चर्चा की तो उन्होंने संबंधित अधिकारी से जानकारी लेकर अवगत कराने की बात कही। बाद में पुलिस अधीक्षक ने सांसद बैज से बात की तो उन्होंने सुरक्षा में चूक मानते हुए क्षमा मांगी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने भी रात में सांसद बैज से मिलकर सुरक्षा में चूक मानते हुए क्षमा मांगते रहे।

चूक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती

सांसद दीपक बैज (DEEPAK BAIJ) का कहना है कि जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक नही होनी चाहिए। इसकी जांच कराने की मांग वह मुख्यमंत्री से करेंगे। बस्तर जैसे अतिसंवेदनशील क्षेत्र में किसी भी जनप्रतिनिधियों के सुरक्षा में चूक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। पूर्व में भी पुलिस की इसी तरह की लापरवाही व उदासीनता की वजह से झीरम घाटी में कांग्रेस पार्टी को अपने बड़े नेताओं को खोना पड़ा था। है।