अंबिकापुर। अंबिकापुर-अनूपपुर रेलखंड में यात्रियों (AMBIKAPUR NEWS) को राहत मिलने की उम्मीद फिर से धूमिल हो गई है। 37 दिनों बाद अंबिकापुर-जबलपुर ट्रेन सेवा पटरी पर लौटने से पहले ही दोबारा बंद कर दी गई है।
रेलवे के मनमाना निर्णय से सरगुजा संभाग और मध्य प्रदेश के हजारों यात्री मुसीबत में आ गए हैं। पहले 37 दिनों तक इस महत्वपूर्ण ट्रेन को बिना किसी ठोस कारण के स्थगित कर दी गई थी। चार मई से जबलपुर एक्सप्रेस के दोबारा बहाल होने से यात्री राहत महसूस कर रहे थे पर 24 घंटे में ही उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। रेलवे के इस तुगलकी आदेश से यात्रियों में भारी नाराजगी है।
उल्लेखनीय है कि देश भर में दर्जनों एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों का संचालन 28 और 29 मार्च को स्थगित कर दिया गया था। इसमें अंबिकापुर-जबलपुर और जबलपुर-अंबिकापुर ट्रेन भी शामिल थी। 37 दिनों बाद इसका दोबारा संचालन चार मई को जबलपुर से शुरू हुआ। इससे यात्री बड़ी राहत महसूस कर रहे थे। पहले दिन जबलपुर से अंबिकापुर ट्रेन अपने निर्धारित समय पर देर रात 11 बजे अंबिकापुर पहुंची। इसी बीच दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की ओर से अचानक इस ट्रेन को दोबारा बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया। हालांकि दूसरे दिन सुबह अंबिकापुर से यात्रियों को लेकर ट्रेन जबलपुर के लिए रवाना हुई।
24 मई तक रहेगी स्थगित
रेलवे प्रबंधन (AMBIKAPUR NEWS) की ओर से जारी सूचना के अनुसार जबलपुर की ओर से पांच मई और अंबिकापुर से छह मई तक ट्रेन का परिचालन स्थगित किया गया है। यानी 37 दिनों के बाद फिर से 18 दिन तक लोगों को अंबिकापुर-जबलपुर ट्रेन सेवा से वंचित कर दिया गया है। इस बार भी रेलवे प्रबंधन ट्रेन सेवा स्थगित करने की ठोस वजह नहीं बता रहा है।
पहले से बंद हैं दो और ट्रेनें
सरगुजा संभाग के लोग कोरोना काल ((AMBIKAPUR NEWS) ) के बाद से कई और महत्वपूर्ण ट्रेन सेवा से वंचित हैं। कोरोना काल से पहले अंबिकापुर से दोपहर सवा बारह बजे रवाना होने वाली अंबिकापुर- अनूपपुर मनेंद्रगढ़ सहित सुबह साढ़े आठ बजे जाने वाली अंबिकापुर- शहडोल पैसेंजर ट्रेन आज तक शुरू नहीं हो पाई है। गिनती की ट्रेन सेवा के बीच फिर से जबलपुर एक्सप्रेस का संचालन स्थगित करना समझ से परे है।