बिलासपुर। अचानकमार टाइगर रिजर्व (BILASPUR NEWS) में 18 हाथियों का दल जमा हुआ है। बीच-बीच में नुकसान भी पहुंचा रहे हैं। इसी के तहत गुरुवार को दल ने उस बाड़े को क्षतिग्रस्त किया, जिसमें कानन पेंडारी जू से शिफ्ट होने वाले चीतलों को रखा जाता है। हालांकि अभी वहां से चीतलों को जंगल में छोड़ दिया गया है। इसलिए समय से पहले चीतलों के बाड़े से भागने जैसी दिक्कत नहीं है। पर टाइगर रिजर्व प्रबंधन को इस बाड़े की मरम्मत के लिए दोबारा मशक्कत करनी पड़ेगी।
मध्य प्रदेश की ओर से करीब दो महीने पहले हाथियों का दल टाइगर रिजर्व (BILASPUR NEWS) में प्रवेश किया है। पहले लमनी रेंज और अब छपरवा रेंज में डटे हुए हैं। शुरुआत में कुछ ग्रामीणों के मकान को भी ढहाए। इसके बाद दल शांत था। टाइगर रिजर्व प्रबंधन को लगा रहा था कि जल्द ही यह दल लौट जाएगा। यदि नहीं लौटेगा तो किसी तरह का नुकसान भी नहीं पहुंचाएगा। लेकिन गुरुवार की सुबह उन्होंने छपरवा रेंज में बनाए चीतलों के बाड़ों की जालियां व पोल तोड़ दिए। इसकी जानकारी मिलने के बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे भी।
हालांकि स्पष्ट आदेश है कि हाथियों को किसी तरह परेशान (BILASPUR NEWS) नहीं करना है और खदेड़ने के लिए कोई उपाय करना है। इसलिए अधिकारी केवल निरीक्षण व आवश्यक दिशा- निर्देश देकर आ गए। मैदानी अमले को हाथियों पर नियमित निगरानी करने का आदेश दिया गया है। क्षतिग्रस्त जालियों की अभी मरम्मत नहीं की जाएगी। टाइगर रिजर्व प्रबंधन का मानना है कि वह फिर से यहां नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए जब तक नहीं लौटते घेरा इसी तरह रहेगा। वैसे भी बाड़ा खाली है। पूर्व में जिन चीतलों को कानन पेंडारी जू से यहां छोड़ा गया था अब वे जंगल में हैं।