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रोका-छेका अभियान केवल औपचारिकता, पशुओं कीे हो रही है लगातार मौतें : कौशिक, कोरबा जिले में करीब 40 मवेशियों की मौत पर चिंता व्यक्त की

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रायपुर : नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने रोका-छेका अभियान पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार केवल कागजों में योजना बनाकर वाहवाही लूटने में लगी है। लेकिन प्रदेश में हालात कुछ और ही है।

उन्होंने कहा कि कोरबा जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग 130 में सडक़ हादसे में करीब 40 मवेशियों की मौत हो जाती है और प्रदेश की सरकार केवल मात्र रोका-छेका अभियान के नाम पर सरकारी पैसों का दुरप्रयोग कर आत्ममुग्धता में लगी हुई है।

उन्होंने कहा कि कटघोरा अंबिकापुर मार्ग के तानाखार मुख्य मार्ग में लगातार सडक़ हादसों की वजह से बेजुबान पशुओं की मौत इस बात को साबित करती है कि सरकार की यह योजना केवल मात्र औपचारिक व आर्थिक अनियमितता के लिए बनाई गई जिसमें कई विसंगतियां है।

नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि ऐसे पशुओं की मौत को लेकर पूरे प्रदेश में हालात एक जैसे है और केवल मात्र पशु पालकों को दबाव में रोका-छेका कार्यक्रम में शामिल होने को कहा जाता है और उन्हें सहयोग के नाम पर कुछ भी नहीं दिया जाता है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार दावा करती है कि प्रदेश में करीब 10,057 गौठान बनाए जाने की योजना है और अब तक करीब 5,820 गौठान शुरू करने की बात कह रही है जहां पर अव्यवस्था का आलम है।

हालात तो कुछ ऐसे है प्रदेश के कई गौठानों में काम करने वाली महिला समूहों को 20 रुपए प्रतिदिन की दर से भुगतान किया जा रहा है। कमोबेश की स्थिति पूरे प्रदेश में है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि प्रदेश के मुख्य मार्गों में बैठे मवेशियों को सुरक्षित जगह ले जाने के लिए पशुओं के लिए पेट्रोलिंग वाहनों की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि बेजुबान पशुओं की दुर्घटना में मौत न हो सके।

नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश में रोका-छेका अभियान एक प्राचीन परम्परा है लेकिन इस अभियान को लेकर प्रदेश सरकार की कोई तैयारी नहीं है।